हिंदू धर्म यानी त्योहारों का धर्म। यह एक ऐसा पवित्र धर्म है, जहाँ सालभर किसी न किसी उत्सव की धूम रहती है, जो इसकी आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है। होलिका दहन, हिंदू धर्म में मनाए जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो बुराई के खिलाफ अच्छाई की शक्ति को दर्शाता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए, आज हम आपके लिए होलीका दहन के बारे में कुछ प्रेरणादायक विचार (Holika Dahan Quotes in Hindi) प्रस्तुत करने जा रहे हैं, जो आपके जीवन में सकारात्मक सोच और और नई ऊर्जा का संचार करेंगे।
होलीका दहन पर अनमोल वचन | Holika Dahan Quotes in Hindi
जब अधर्म ने चढ़ाया था अहंकार का पाट,
तब विष्णु ने किया था उसे राख का हाल।
जिस तरह होलिका हो गई थी जलकर राख,
उसी तरह आपके जीवन के भी दूर हो जाएं सारे दुख-दर्द, कष्ट और पाप।
साल भर के बाद हमारे दुखों को जलाने आई है,
देखो होलिका दहन की शुभ घड़ी आज आई है।
होलिका जली है यानी नहीं रही बुराई,
बच गए प्रहलाद यानी अखंड है सच्चाई।
होली पर सब लोगों के गम जल जाएं, हर किसी के जीवन में खुशियां आएं।
आओ हम सब मिलकर प्यार जताएं,
होलिका दहन का पर्व मनाएं।होलिका दहन का पर्व मनाएं।
होलिका की अग्नि में जलें सारे गम,
दूर हो जाए जीवन से हर भ्रम।
अंधकार पर प्रकाश की जीत,
बुराई पर अच्छाई की जीत। यही है होलिका दहन की सीख, सदा रहे सत्य की रीत।

रंगों की हो बारिश, खुशियों की हो फुहार,
होलिका जलाए सारे ग़म इस बार।
नफरत की होली जलानी पड़ेगी, प्यार की रंगोली सजानी पड़ेगी।
मन में जो बैर छुपा बैठा है, उसे आज ही राख बनानी पड़ेगी।
होलिका की ज्वाला में झुलस जाएं ग़म, हर चेहरे पर हो मुस्कान हरदम।
रिश्तों में भर जाए रंगों की मिठास, हर जीवन बने मधुर एहसास।
बुराई की लौ अब बुझने लगी, अच्छाई की किरणें उगने लगी।
होलिका की अग्नि में जल जाए सब, हर मन में प्रेम की सुगंध बसने लगी।

बुराई की होलिका जलाएंगे, अच्छाई का दीप जलाएंगे।
प्रेम का संदेश फैलाकर, जीवन को सुंदर बनाएंगे।
होलीका दहन पर अनमोल वचन मराठी में | Holika Dahan Quotes in Marathi
होळी म्हणजे रंगांची उधळण आणि होलिका म्हणजे वाईटावर चांगल्याचा विजय.
रंगांच्या उधळणीतून मनातील सर्व वैर जाळून टाका.
होलिका दहनाच्या या पवित्र दिवशी, तुमच्या जीवनातील सर्व दुःख आणि अंधकार नष्ट होवो.
होलीचा रंग आणि होलिका दहनाची आशीर्वाद, तुमच्या जीवनात नवा उजाळा आणो.
होलिका दहनाचा तो क्षण, जो आपल्याला जीवनातील सर्व अंधकार दूर करण्याची शिकवण देतो.
होलिका दहन म्हणजे नवा आरंभ, तुमच्या जीवनाला नवी दिशा मिळो.
होलिका दहन पर शॉर्ट कोट्स | Holika Dahan Quotes Short
जब तक अंहकार है, तब तक अंधकार है। होलिका जलाओ, स्वयं को निर्मल बनाओ।
असत्य का अंत निश्चित है, सत्य की ज्योत सदैव अमर है।
बुराई को जलाओ, अच्छाई को अपनाओ, रंगों की मिठास से हर रिश्ता सजाओ।
होलिका की अग्नि में दुखों का दहन, प्यार से महके हर एक आंगन।
प्रेम और सद्भाव का दे यह पैगाम, रंग बरसे खुशियों के सुबह और शाम।
होली की मस्ती में झूमे ये जहान, हर तरफ हो खुशियों की पहचान।
होली का त्योहार है प्रेम का प्रतीक, रंगों से रंगी हो खुशियों की तारीख।
होलिका की आग में जल जाए दुख, खुशियों से महक उठे हर एक मुख।
मन में उमंग, जीवन में तरंग, होली में झूमें सब संग।
होलिका की आग में जलें सभी डर, प्रेम और सद्भाव से चमके हर घर।
होलिका दहन का संदेश यही, सत्य की होती सदा विजय यही।
होलिका की ज्वाला में जलकर, नवजीवन का संदेश लाओ। पुराने विवाद भुलाकर, नए रिश्तों की शुरुआत कराओ।
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होलिका दहन का पौराणिक महत्व
क्या आप जानते हैं कि होलिका दहन का मुख्य कारण क्या है? अगर नहीं, तो कोई चिंता की बात नहीं! यह कथा हिरण्यकश्यप और उसके पुत्र प्रह्लाद की कहानी से जुड़ी है।
एक समय की बात है, एक अहंकारी राजा हिरण्यकश्यप ने खुद को भगवान मान लिया और चाहता था कि हर कोई उसकी पूजा करे। लेकिन उसका पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का सच्चा भक्त था। पिता ने उसे बार-बार समझाने की कोशिश की, लेकिन उसका बेटा प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था।
अंततः हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका को बुलाया, जिसे अग्नि से बचने का वरदान था। योजना बनाई गई कि होलिका प्रह्लाद को लेकर आग में बैठेगी, जिससे प्रह्लाद जल जाए और होलिका सुरक्षित रहे। लेकिन ईश्वर की लीला देखिए – वरदान होते हुए भी होलिका जल गई और प्रह्लाद सुरक्षित बाहर आ गया।
यह घटना हमें सिखाती है कि सत्य की राह पर चलने वालों की रक्षा स्वयं भगवान करते हैं।
2025 में होलिका दहन किस दिन है?
हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और इसे होली से एक दिन पहले मनाया जाता है। साल 2025 में होली का पर्व 13 मार्च (गुरुवार) की शाम से 14 मार्च (शुक्रवार) की शाम तक मनाया जाएगा। होलिका दहन 13 मार्च की रात को होगा, जबकि रंगों की होली 14 मार्च को खेली जाएगी।
वही अगर हम रंगपंचमी की बात करें तो इस साल ये बुधवार, 19 मार्च, 2025 को है। रंगपंचमी विशेष रूप से महाराष्ट्र, उत्तर भारत और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूमधाम के साथ मनाई जाती है। यह त्योहार रंगों की रौनक से भरा होता है और आनंद, उल्लास और खुशी का प्रतीक माना जाता है।
पाठकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
होली का त्योहार रंगों, उल्लास, और मिठास का प्रतीक है, लेकिन इसकी शुरुआत होलिका दहन से होती है। यह पर्व हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। होलिका दहन न सिर्फ़ एक रस्म है, बल्कि यह हमारे अंदर की नकारात्मकता को जलाकर सकारात्मकता को प्रज्वलित करने का प्रतीक है।
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🙏आपको होली और रंगपंचमी के त्योहार की ढेर सारी खुशियाँ और शुभकामनाएँ! 🙏