Steps for Booking Tirupati Balaji Darshan Online in 2025 - Complete Guide to Booking Rules and Procedures

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर न केवल भारत के सबसे प्रसिद्ध बल्कि सबसे धनी मंदिरों में से एक है। यह पवित्र स्थल भगवान विष्णु के अवतार, श्री वेंकटेश्वर स्वामी को समर्पित है। हर साल, लाखों श्रद्धालु यहां आकर अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।

इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि 2025 में तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करें और साथ ही यात्रा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी, जैसे कि ऑनलाइन बुकिंग, नियम, समय आदि महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे आपकी यात्रा सहज और यादगार बने। तो चलिए, शुरू करते हैं—गोविंदा गोविंदा

तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करें? Tirupati Balaji Ke Darshan Kaise Karen

तिरुपति बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए कई सुविधाजनक विकल्प उपलब्ध हैं, जो आपकी यात्रा को सहज और व्यवस्थित बनाते हैं। यहां इन विकल्पों के बारे में जानकारी दी गई है ताकि आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही निर्णय ले सकें:

स्पेशल एंट्री दर्शन (Special Entry Darshan 300 Rs)

यदि आप आसानी और कम समय में तिरुपति बालाजी के दर्शन करना चाहते हैं, तो स्पेशल एंट्री दर्शन (Special Entry Darshan ₹300) आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। इसे आमतौर पर ₹300 के टिकट के नाम से भी जाना जाता है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी, जो वर्तमान तारीख से 3 महीने बाद की तारीख के लिए उपलब्ध होती है। इस दर्शन के जरिए आप केवल 2-3 घंटे में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन कर सकते हैं, जो इसे सबसे तेज और सुविधाजनक विकल्प बनाता है।

सर्व दर्शन

यदि आप किसी कारणवश स्पेशल एंट्री दर्शन (Special Entry Darshan ₹300) की बुकिंग नहीं कर पाए हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप सर्व दर्शन टोकन के माध्यम से भी केवल 4-5 घंटे में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन कर सकते हैं।

इसके लिए, जब भी आप तिरुपति पहुंचें, सबसे पहले विष्णु निवासम, भूदेवी कॉम्प्लेक्स या श्रीनिवासम कॉम्प्लेक्स में जाएं। यहां प्रतिदिन सुबह 3-4 बजे के बीच सर्व दर्शन टोकन मुफ्त में वितरित किए जाते हैं। आपको केवल अपना आधार कार्ड साथ रखना होगा। इस दर्शन के लिए किसी भी प्रकार की पूर्व बुकिंग की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, इसमें भी टोकन वितरित करने की एक सीमा होती है, इसलिए ध्यान रखें कि आप लाइन में आगे रहें, ताकि टोकन प्राप्त करने में कोई समस्या न हो।

नोट: ध्यान रखें कि सर्व दर्शन के लिए लाइन रात में ही लग जाती है, और इसमें काफी संख्या में भीड़ होती है। यदि आप अपने परिवार के साथ इस टोकन के लिए लाइन में लगते हैं, तो उनकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। टोकन लेने की होड़ में अक्सर धक्का-मुक्की की स्थिति बन सकती है। ऐसे में सतर्क रहें और सुनिश्चित करें कि आपके परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित और आरामदायक स्थिति में हों।

लाइन में लगने से पहले अपने लगेज या किसी भी सामान को किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें, ताकि आपको ज्यादा दुविधा का सामना न करना पड़े। यह आपके लिए और आपके परिवार के लिए लाइन में लगने के दौरान सहूलियत और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

धर्म दर्शन (टिकट रहित दर्शन)

यदि आपके पास कोई टिकट नहीं है, तो आप सीधे तिरुमाला पहुंचकर लाइन में लग सकते है। इस दर्शन में 8-10 घंटे या उससे अधिक समय लग सकता है। किसी विशेष त्योहार के अवसर पर, धर्म दर्शन के लिए समय 20 घंटे से अधिक भी लग सकता है। इस दौरान भीड़ बहुत बढ़ जाती है, और दर्शन के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ती है। ऐसे में, अपनी यात्रा की योजना इस बात को ध्यान में रखते हुए बनाएं और पूरी तरह से तैयार रहें।

दिव्य दर्शन

दिव्य दर्शन पैदल यात्रियों के लिए एक विशेष विकल्प है, जो अलीपिरी या श्रीवारी मेट्टू मार्ग से तिरुमाला पहुंचते हैं। बहुत से श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने पर तिरुपति से तिरुमाला पर्वत तक पैदल यात्रा करते हैं।

  • अलीपिरी मेट्टू मार्ग: यह मार्ग तिरुपति रेलवे स्टेशन से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित है। तिरुमाला तक की कुल दूरी 9 किलोमीटर है, जिसमें 3550 सीढ़ियाँ आती हैं। इस मार्ग पर पैदल यात्रा करने में लगभग 4-5 घंटे का समय लगता है।
  • श्रीवारी मेट्टू मार्ग: यह मार्ग तिरुपति रेलवे स्टेशन से लगभग 19 किलोमीटर दूर है। तिरुमाला तक की कुल दूरी 2.1 किलोमीटर है, जिसमें 2388 सीढ़ियाँ हैं। इस मार्ग पर पैदल यात्रा करने में लगभग 2 घंटे का समय लगता है।

तिरुमाला में बच्चों के लिए विशेष दर्शन

इसके अलावा, तिरुपति में एक और दर्शन होता है, जो छोटे बच्चों के लिए खास बनाया गया है। यदि आपके बच्चे की उम्र 1 साल से कम है, तो आप बिना किसी समस्या के तुरंत दर्शन कर सकते हैं। इसके लिए किसी प्रकार के टोकन की आवश्यकता नहीं होती। ध्यान रहे कि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र या उससे संबंधित अन्य दस्तावेज़ साथ में लाना होगा।

तिरुपति कैसे पहुंचे

तिरुपति पहुंचने के लिए आप विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर सकते हैं:

हवाई मार्ग:

तिरुपति में एक हवाई अड्डा है जो शहर से लगभग 16 किलोमीटर दूर है।. यदि आपको सीधी उड़ान नहीं मिलती है, तो आप चेन्नई या बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में उतरकर वहां से तिरुपति पहुंच सकते हैं ।.

रेल मार्ग:

तिरुपति में एक रेलवे स्टेशन है, जहाँ देश के प्रमुख शहरों से सीधी ट्रेनें आती हैं।. यदि आपको तिरुपति के लिए सीधी ट्रेन नहीं मिलती है, तो आप रेनीगुंटा में उतर सकते हैं, जो तिरुपति से लगभग 10 किलोमीटर दूर है।.

सड़क मार्ग:

आप अपनी कार, टैक्सी या बस से भी तिरुपति पहुंच सकते हैं।. आसपास के शहरों से तिरुपति और तिरुमाला के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं।

तिरुपति बालाजी मंदिर तक कैसे पहुंचे

एक बार जब आप तिरुपति पहुँच जाएं और यदि आपने पहले ही बुकिंग कर रखी है, तो आप सीधे तिरुमाला के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं। हम आपको गवर्नमेंट बस का सुझाव देंगे, क्योंकि इसका चार्ज काफी कम होता है।

यदि आप पैदल मार्ग से तिरुमाला की यात्रा करना चाहते हैं, तो वह भी संभव है। यह यात्रा अलीपिरी मेट्टू और श्रीवारी मेट्टू मार्गों से की जा सकती है।

तिरुपति में रहने और खाने की व्यवस्था

आवास: तिरुमाला में टीटीडी के गेस्ट हाउस हैं, जहां आप ऑफलाइन बुकिंग करा सकते है। यदि आपको कमरे नहीं मिलते हैं, तो आप यात्री सदनों में या मुफ्त लॉकरों में विश्राम कर सकते है। यदि आप जिस दिन भी सुबह तिरुपति के ₹300 दर्शन के टिकट बुक करते हैं, तो उसी दिन आपको दोपहर 2 बजे तिरुपति (TTD) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जहां से आप कमरा भी बुक कर सकते हैं।

यदि आप किसी कारणवश कमरा ऑनलाइन बुक नहीं कर पाए हैं, तो आपको सुबह 4 बजे तिरुमाला में CRO ऑफिस जाना होगा। वहां पर आप लाइन में लगकर कमरा बुक कर सकते हैं, जिसका शुल्क मात्र ₹50 रहता है।

भोजन: तिरुमाला में अन्नप्रसादम केंद्र है, जहाँ मुफ्त में भोजन प्रदान किया जाता है। यहां सुबह नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना उपलब्ध है।

Tirupati Balaji Ke Darshan Kaise Karen Online Booking

Step-1

  • सबसे पहले आप टीटीडी (तिरुमला तिरुपति देवस्थानम) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। Click Here

Step-2

  • वेबसाइट पर जाने के बाद आप अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन कर लें और स्लॉट बुक करने के लिए इस लिंक पर जाएं। Click Here आपको कुछ इस तरह की स्क्रीन दिखाई देगी।
Tirupati Balaji Darshan Online Booking Process Explanation
Tirupati Balaji Darshan Online Booking Process

Step-3

  • ऊपर दी गई इमेज के अनुसार, आपको कुछ हरी रंग की तारीखें दिखाई देंगी। ये वही तारीखें हैं जो उस समय उपलब्ध रहेगी। ध्यान रखें कि आप सुबह जल्दी 10 बजे लॉगिन कर लें, क्योंकि ये तारीखें हर महीने की 23-24 तारीख को ही उपलब्ध होती हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार एक तारीख चुन सकते हैं।

Step-4

  • जैसे ही आप एक तारीख चुन लें, उसके बाद आपको अपने सभी आधार कार्ड तैयार रखने होंगे। आपको यात्रियों के नाम, उम्र, और आधार नंबर डालने होंगे। अगर 5 सदस्य हैं, तो आपको पांचों व्यक्तियों की जानकारी चाहिए होगी। लॉगिन करने से पहले सभी जानकारी इकट्ठा करके रख लें।

Step-5

  • एक बार सभी सदस्य की जानकारी डालने के बाद, आपको पेमेंट के लिए तैयार रहना होगा। किसी भी UPI ऐप जैसे कि Google Pay या Phone Pay में उपयुक्त राशि रख लें। ध्यान रहे कि एक सदस्य की टिकट की कीमत ₹300 है।

Step-6

  • पेमेंट सफल होने के बाद, आप वेबसाइट से अपनी टिकट डाउनलोड कर सकते हैं। यही टिकट आपको तिरुपति में दर्शन के लिए काम आएगा। इसके अलावा, जिस दिन आप बुकिंग करते हैं, उसी दिन आप कमरे की बुकिंग भी कर सकते हैं, बस अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन करके।

Tirupati Balaji Ke Darshan Ke Niyam, Time

  • ध्यान रहे कि यदि आप स्पेशल एंट्री दर्शन (Special Entry Darshan ₹300) के लिए लाइन में लगकर दर्शन कर रहे हैं, तो आधार कार्ड लाना न भूलें। महिला और बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
  • मंदिर में ड्रेस कोड (Dress Code) का विशेष ध्यान रखें। महिलाएं साड़ी या चुड़ीदार पहनें। पुरुषों के लिए धोती या शर्ट-पैंट उचित है। शॉर्ट्स, लोअर, ट्रैक पैंट्स या टी-शर्ट्स से बचें।
  • तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए कम से कम 2 दिन का समय लेकर जाएं।
  • यदि आपने ऑनलाइन टिकट बुक किया है, तो कृपया उस पर दिए गए समय का भी ध्यान रखें। कोशिश करें कि उस समय से पहले आप लाइन में लग जाएं, ताकि आपको किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

तिरुपति यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

  • तिरुपति बालाजी के दर्शन से पहले वराह स्वामी मंदिर के दर्शन अवश्य करें, क्योंकि भगवान वराह स्वामी ने ही भगवान बालाजी को पृथ्वी पर शरण दी थी।
  • तिरुपति बालाजी के दर्शन के बाद माता पद्मावती के दर्शन करना न भूलें, जो तिरुपति से लगभग 4-5 किलोमीटर दूर है।
  • तिरुपति दक्षिण भारत में स्थित है, जहाँ की मुख्य भाषा तेलुगु है। अगर आप किसी अन्य राज्य से आ रहे हैं या दूसरी भाषा जानते हैं, तो थोड़ी कठिनाई हो सकती है। अगर आपको किसी मदद की आवश्यकता हो तो आप पुलिस, स्थानीय प्रशासन या मंदिर के सेवक-सेविका से संपर्क कर सकते हैं।

पाठकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

उम्मीद है कि हमने इस लेख द्वारा आपके सभी प्रश्नों के उत्तर दिए होंगे। यदि आपको फिर भी कोई प्रश्न है या आप हमें कोई फीडबैक देना चाहते हैं, तो आप हमें नीचे कमेंट या ईमेल कर सकते हैं। हम इसका जवाब जरूर देंगे।

इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर स्थित विभिन्न स्रोतों से ली गई है। यदि आपको कोई जानकारी गलत या त्रुटिपूर्ण दिखाई देती है, तो इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। आप नीचे हमें कमेंट कर सकते हैं।

उम्मीद करते हैं कि आप भी जल्द ही अपने भगवान श्री वेंकटेश्वर के दर्शन जरूर करेंगे। 🙏ओम् नमो वेंकटेश्वर 🙏


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